ऐतिहासिक महत्व का नगर खुरजा ग्राण्ड ट्रंक रोड पर बसा गंगा व यमुना की पावन धाराओं के मध्य स्थित जनपद बुलन्दशहर का प्रमुख औद्योगिक नगर है। पॉटरी उद्योग में इस नगर का एशियामें प्रथम तथा विश्व में तृतीय स्थान है। एस०एम०जे0 ई० सी० इन्टर कालिक खुरजा को श्री नत्थीमल रामसहायफल की धर्मशाला में 22 मार्च 1901 ई० को खुरजा व समीपस्थ ग्रामीण क्षेत्रों में उत्तम शिक्षा के आभाव को समाप्त करने के उद्देश्य से प्रारम्भ किया गया। इस विद्यालय का एकमात्र उद्देश्य बच्चों को उत्कृष्ट शिक्षा प्रदान कर उनका सर्वाग्रीण विकास करते हुए उन्हें जीवन में एक ऐसे आदर्श नागरिक के रूप में तैयार करना है, जो न केवल समाज प्रति सरोकार रखें, बल्कि देश के विकास में भी अपना योगदान दें
यह विद्यालय 1909 में हाईस्कूल और 1923 में एन० आर० ई०सी० कालेज के नाम से पूरे उत्तरप्रदेश में विख्यात हो गया। जुलाई 1946 में यह विद्यालय डिग्री कॉलेज बनने के बाद विभागीय नियमानुसार हाईस्कूल कक्षाओ वर्तमान भवन में स्थानान्तरित की गईं। इस विद्यालय भवन का निर्माण सेठ गंगासागर जी जटिया के सुपुत्र सेठ मदन मोहन जटिया की स्मृति में उनकी धर्मपली श्रीमती श्योदेवी जटिया ने कराया था। तब से यह विद्यालय निरन्तर प्रगति के पथ पर अग्रसर है।
हमारा विद्यालय एक विस्तृत एवं शान्त परिसर में स्थित है जिला संचालन एन०आर० ई०सी० कॉलेज एसोसिएशन द्वारा किया जाता है। जाति धर्म, वर्ग व ऊँच -नीच की सीमाओं से परे एस०एम० जे०ई०इन्टर कॉलेज खुरजा में सभी बच्चों को उक्त शिक्षा प्रदान की जाती है। विद्यालय में प्रतिदिन प्रार्थना सभा में विद्यार्थियों को अनुशासन नैतिक मूल्यों व शिक्षा प्रदान करना दिनचर्या की विशेषता है।